Arthritis in Hindi: गठिया बहुत आम है लेकिन गठिया को अच्छी तरह से समझा नहीं जाता है। वास्तव में, “गठिया” एक बीमारी नहीं है; यह जोड़ों के दर्द या जोड़ों की बीमारी का जिक्र करने का एक सरल तरीका है। 100 से अधिक प्रकार की गठिया बीमारी हैं। सभी उम्र, लिंग और जातियों के लोगों को गठिया हो सकता है, और यह भारत में विकलांगता का प्रमुख कारण है 50 मिलियन से अधिक वयस्कों और 300,000 बच्चों को किसी प्रकार का गठिया है। यह महिलाओं में सबसे आम है और यह उनमें अधिक बार होता है जब वो बड़े हो जाते हैं।
गठिया की बीमारी में कई सारे ये परिवर्तन दिखाई दे सकते हैं, जैसे कि घुटने की उंगली के जोड़, लेकिन अक्सर नुकसान केवल एक्स-रे पर देखा जा सकता है। कुछ प्रकार के गठिया हृदय, आंखों, फेफड़ों, गुर्दे और त्वचा के साथ-साथ जोड़ों पर भी असर करता हैं।
What is Arthritis in Hindi (गठिया क्या है?)
गठिया जोड़ों की सूजन है। यह हमारे शरीर क़े कई जोड़ों पर असर कर सकता है। जो कई कारणों और उपचार विधियों के साथ 100 से अधिक अलग-अलग प्रकार की गठिया हैं। लेकिन सबसे आम प्रकारों में से दो osteoarthritis (OA) और rheumatoid arthritis (RA) हैं।
गठिया के लक्षण आमतौर पर समय के साथ पैदा होते हैं। गठिया सबसे अधिक 65 आयु से अधिक उम्र के बुज़र्गो में देखा जाता है, लेकिन यह बच्चे और बड़े को भी हो सकता है। आदमियों की तुलना में औरतों में और अधिक भारी शरीर वाले लोगों में गठिया की बीमारी होना आम है।
What are the symptoms of arthritis?(गठिया के लक्षण क्या हैं?)
जोड़ों का दर्द, जकड़न और सूजन गठिया के सबसे आम लक्षण हैं। आपकी गति की सीमा भी कम हो सकती है, और आपके आसपास की त्वचा की redness का अनुभव कर सकते हैं। गठिया के साथ कई लोग नोटिस करते हैं कि उनके लक्षण सुबह में खराब होते हैं।
इसमें बहुत जायदा थकान महसूस होती है
आपको चलने फिरने में दिक़्क़त आती है
उँगलियो में गाँठ या सुजन का हो जाना।
मुँह में सूखापन आना
सबसे पहले यह शरीर के छोटे जोड़ो पर असर डालती है जैसे उँगलियो के जोड़। इसके बाद कलाई, घुटने, कोहनी, कूल्हे और कंधे आदि जोड़ों पर असर करना शुरू करता है
What causes arthritis in hindi (गठिया का कारण क्या हो सकता है?)
गठिया के बहुत से कारण है गठिया किसी एक कारण से नही होता है. Vitamin D कि कामी क़े कारण उँगलियो, घुटने, गर्दन और कोहनी के जोड़ो में दर्द होने लगता है इस बीमारी पर क़ाबू हम Physiotherapy और Exercise से कम कर सकते है इसका बीमारी क़ा मुख्य कारण खानपान में परहेज़ ना करना है और भी कुछ कारण है जैसे
- Urine infection का होना है
- जेनेटिक प्रोब्लम का होना
- पेट का ख़राब रहना
गठिया का निदान कैसे किया जाता है?
अपने शुरू के देखभाल चिकित्सक को देखना एक अच्छा पहला कदम है यदि आप अस्पष्ट हैं जो गठिया निदान के लिए देखना चाहते हैं। वे जोड़ों, गर्म या लाल जोड़ों के आसपास तरल पदार्थ की जांच करने और जोड़ों में गति की सीमित सीमा के लिए एक शारीरिक परीक्षा करेंगे। यदि आवश्यक हो तो आपका डॉक्टर आपको एक विशेषज्ञ के पास भेज सकता है।
यदि आप गंभीर लक्षण अनुभव कर रहे हैं, तो आप पहले किसी रुमेटोलॉजिस्ट के साथ अपॉइंटमेंट शेड्यूल करना चुन सकते हैं। इससे तेजी से निदान और उपचार हो सकता है।
आपके रक्त और मिला हुआ तरल पदार्थों में सूजन के स्तर को निकालने और अलग करने से आपके डॉक्टर को यह निर्धारित करने में मदद मिल सकती है कि आपके पास किस तरह का गठिया है। रक्त परीक्षण जो विशिष्ट प्रकार के एंटीबॉडी की जांच करते हैं जैसे कि एंटी-सीसीपी (एंटी-साइक्लिक सिट्रुलिनेटेड पेप्टाइड), आरएफ (रुमेटीड फैक्टर), और एएनए (एंटिनाक्लियर एंटीबॉडी) भी सामान्य नैदानिक परीक्षण हैं।
डॉक्टर आपकी हड्डियों और उपास्थि की छवि बनाने के लिए आमतौर पर एक्स-रे, एमआरआई और सीटी स्कैन जैसे इमेजिंग स्कैन का उपयोग करते हैं। ऐसा इसलिए है कि वे आपके लक्षणों के अन्य कारणों, जैसे कि हड्डी के स्पर्स, पर शासन कर सकते हैं।
How is arthritis treated in Hindi (गठिया का इलाज कैसे करें?)
इस बीमारी के उपचार का मुख्य लक्ष्य यह है कि आपके द्वारा अनुभव किए जा रहे दर्द की को कम करना और जोड़ों के ज़्यादा नुकसान को रोकना है। आप सीखेंगे कि दर्द को कम करने के मामले में आपके लिए सबसे अच्छा क्या है। कुछ लोगों को दर्द को कम क़रने के लिए Heating Pad और Ice Pack मिलते हैं। दूसरों को गले में खराश जोड़ों में दबाव लेने में मदद करने के लिए डब्बे या वॉकर की तरह गतिशीलता सहायता उपकरणों का उपयोग करें।
गठिया की दवाई क्या है
- दर्द निवारक के लिए एनाल्जेसिक्स, जैसे हाइड्रोकोडोन (विकोडिन) या एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) प्रभावी हैं, लेकिन यह शरीर में सूजन को कम करने में मदद नहीं करते हैं।
- नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी), जैसे कि इबुप्रोफेन (एडविल) और सैलिसिलेट्स, दर्द और सूजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सैलिसिलेट रक्त को पतला कर सकते हैं,
- मेन्थॉल या कैपसाइसिन क्रीम आपके जोड़ों से दर्द संकेतों के भेजने से रोकते हैं।
- प्रेडनिसोन या कोर्टिसोन जैसे इम्यूनोसप्रेस्सेंट शरीर में हो रहे सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
Surgery (शल्य चिकित्सा)
कृत्रिम के साथ अपने जोड़ को बदलने के लिए सर्जरी एक विकल्प हो सकता है। सर्जरी के इस रूप को कूल्हों और घुटनों को बदलने के लिए सबसे अधिक किया जाता है।
यदि आपकी गठिया आपकी उंगलियों या कलाई में सबसे गंभीर है तों Doctor इस प्रक्रिया में आपके हड्डियों के सिरे एक साथ बंद हो जाते है जब तक वे ठीक नही हो जाते है तब तक एक साथ ही बने रहते है .
What is the home remedy for arthritis in Hindi (गठिया का घरेलु इलाज क्या है)
- हल्दी से कैसे दुर करें गठिया कि बीमारी
शायद आपको पता होगा कि हल्दी में Anti-inflammatory के गुण होते है। सोने से पहले रोज़ दूध पिये अपना कुछ ही दिनो में आपको सूजन और दर्द में फ़र्क़ नज़र आ जायेगा।
इसके साथ हलदी और अदरक दोनो में भी Anti-inflammatory गुण पाये जाते है तो आप इसके लिए आधा चम्मच पिसी अदरक और आधा चम्मच पिसी हल्दी डालकर उबाले। आप उसे धीमे आँच पर 10 से 15 मिनट तक उबलने दे। आपको स्वाद कड़वा लेगेगा तो आप अपनी इच्छानुसार शहद मिला लें।
- बथुए का रस भी लाभकारी है
बथुए के रस को आप रोज़ निकलकर पिये। इसका स्वाद अच्छा तो नही है लेकिन स्वाद के लिए इसमें कुछ मिलाए नही। ये रस ख़ाली पेट पीने से बहुत फ़ायदा होता है । अगर आप तीन महीने तक रस पी लोगे तो दरद से छुटकारा मिल जायेगा।
- सरसों के तेल से करें मसाज
सरसों के तेल का कोई मुक़ाबला नही है अगर आप सुजन और गठिया के दर्द मे लगाते है तो लेकिन अगर आप सरसों के तेल में लहसुन की क़ुछ कलियाँ डालकर उबालते हो फ़िर लगाते हो तो बहुत फ़ायदा करेगा।
लहसुन के तेल में प्याज़ का रस डाले गर्म करके फिर जोड़ो पर मलें । इसके बाद दर्द वाली जगह पर तेल लगा कर प्लास्टिक क़े कवर से ढककर तोलियाँ लपेटे। इससे आपको बहुत फ़ायदा मिलेगा।
ये भी पढ़ें –
- Corona Virus ठीक होने के बाद ध्यान देने वाली ये जरुरी बातें
- Benefits of Bajra बाजरे क़े फ़ायदे जानकर आप चौक जाएँगे
- Swimming से मोटापा कम करें और कई फ़ायदे जाने 2020
- Thyroid kya hai थायराइड के लक्षण, कारण और उपचार जाने।
- अदरक बहुत गुणकारी है
अदरक में प्राकृतिक रुप से Anti-inflammatory गुण पाये जाते है आप रोज़ाना खाने क़े साथ कच्चा अदरक खाये इसे खून का संचार बढ़ता है और दर्द में राहत मिलती है ।इसके साथ आप अदरक का तेल भी लगा सकते है इससे भी आपको फ़ायदा मिलेगा।